कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को दी उपयोगी सलाह
आर ए के महाविद्यालय के डॉ पीएस रघुवंशी ने जानकारी देते हुए बताया कि विगत दिवस स्थानीय कृषि महाविद्यालय सीहोर में संचालित अखिल भारतीय संमन्वित सोयाबीन अनुसंधान परियोजना द्वारा इछावर विकासखंड के ग्राम जोगलाखेड़ी, अतरालिया एवं कल्याणपुरा में डाले गए सोयाबीन फसल का अग्रमि पंक्ति प्रदर्शनी का महाविद्यालय के वैज्ञानिकों डॉ एसआर रामगिरी, डॉ एमडी व्यास एवं श्री त्रिलोचन सिंह ने अवलोकन किया।
वैज्ञानिकों ने वर्तमान में सोयाबीन फसल विशेषकर 9560 जो कृषकों द्वारा कृषक पद्धति से लगाई गई है इस फसल में आ रही समस्या जैसे पीला होना एवं मुरझाने के बारे में निदान सुझाया गया। किन्तु महाविद्यालय द्वारा विकासित आरवीएस 23 एवं जेएस 20-08 में यह समस्या नहीं देखी गई किन्तु आरपीएस- 18 किसम में आंशिक रूप से फसल में पीलापन दिखाई दिया। उन्होंने बताया कि समस्या के निदान के लिए उसमें फफूंद जनित रोगों के लिए पूर्व मिश्रित टेबूकोनाझोल+सल्फर 1 किग्रा, प्रति हेक्टर या टेबूकोनाझोल 625 मिली का छिड़काव करें इसके साथ ही एनपीके ढाई किलो ग्राम प्रति हेक्टर की दर से मिलाएं।
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