आष्टा : मुक्ति का एकमात्र साधन है, श्रीमद देवी भागवत महापुराण–पं पाठक

मुक्ति का एकमात्र साधन है, श्रीमद देवी भागवत महापुराण–पं पाठक
आष्टाः-नगर के गीतांजली गार्डन कन्नौद रोड आष्टा मे देवी भागवत कथा के छठे दिन कथाव्यास डॉ दीपेष पाठक द्धारा सती अनुसूइयॉ के चरित्र सुंदर वर्णन किया गया–
आष्टाः-नगर के मध्य स्थित गीतांजली गार्डन कन्नौद रोड पर चल रही संगीतमय श्रीमद देवी भागवत कथा का रसपान नगरपुरोहित डॉ दीपेष पाठक द्धारा किया जा रहा है। मुख्य यजमान पं सुरेष जी एंव श्रीमति निषा दुबे के द्धारा प्रतिदिन प्रातकालीन देवताओ की वैदिक पूजन एंव दोपहर 2 से 5 बजे कथाव्यास डॉ दीपेष पाठक श्री मद देवी भागवत कथा का रसपान करा रहे है। कथा के छठे दिवस कथाव्यास डॉ दीपेष पाठक का आष्टा क्षैत्र के विधायक रधुनाथ जी मालवीय,पूर्व जनपद अध्यक्ष धारासिंह पटेल,पूर्व मंडी अध्यक्ष धरम सिंह आर्य,पूर्व मार्केटिंग अध्यक्ष कृपाल सिंह पटाडा,पूर्व भाजपा जिला महामंत्री गजराज सिंह पटेल एंव तुलसी मानस मंडल के सदस्यो के द्धारा श्रीमद देवी भागवत का पूजन कर कथाव्यास का स्वागत किया गया । इसके पष्चात कथाव्यास पं पाठक ने कहॉ की श्रीमद देवी भागवत महापुराणो मे से एक दिव्य महापुराण हैं।ं जो श्रवण मात्र से ही प्राणी को मोक्ष की प्राप्ति होती है। पं पाठक ने बताया कि अनुसूइया के पतिव्रत धर्म को भंग करने की जिद के आगे त्रिदेव ब्रह्मा,विष्णू,और महेष अपने भेष को भिखारी के स्वरुप मे बनाकर माता अनुसूइया की कुटिया के समक्ष भिक्षा लेने के लिए जाते है। माता अनुसूइया उन्हे भिक्षा देती है। तो तीनो देवता उनसे भिक्षा न लेते हुए उनसे दिंगबर स्वरुप मे भिक्षा देने का कहते है। माता अनुसूइया अपने पतिव्रत धर्म के तपबल से उन्हे पहचान लेती है उस तप के बल से उन्हे बाल षिषु के रुप परिवर्तित कर देती है। उनका वात्सल्यता के साथ लालन पालन करने लगती है। इस सुंदर प्रंसग को सुनकर श्रोतागण भावभिभोर हो गये। इसके पष्चात भागवत ग्रंथ की सुंदर आरती की गई, प्रसादी का वितरण किया गया। आज के प्रसाद के लाभार्थी के रुप मे सुभाष सेनी सावरियॉ एंव रामकिषन सोनी थे। कार्यक्र्रम का सफल संचालन श्रीमति विजयालक्ष्मी उपाध्याय द्धारा किया गया।
गुरुदेव का किया स्वागत :- कथाव्यास की ओजस्वी वाणी के अमृतमय दिव्य व्याख्यान का रसपान होने पर भक्तगण मंत्रमुग्ध होकर भावविभोर हो गए। श्रीमद देवी भागवात के प्रति अपने चित्त के आंनद को महिलाएॅ नृत्य करने पर मजबूर हो गई और खूब आंनद के साथ नृत्य कर मॉ भगवती के सबसे प्रिय गरबे को सामूहिक रुप से सभी महिलाओ द्धारा कथा विराम के बाद सुंदर सुंदर भजनो पर नृत्य कर आंनद उठाया गया। साथ ही सभी समाजो व सामाजिक संगठनो के द्धारा अपने नगर के कथाव्यास का स्वागत किया गया।ष्वेतांबर जैन समाज गंज मंदिर,बाबा रामदेव महिला मंडल, तुलसी मानस मंडल,श्री जगदीष्वरधाम महिला मंडल,नगीन वोहरा,प्रदीप धाडीवाल, अर्चना अनिल सोनी,नम्रता मुदडॉ,विद्या खंडेलवाल,सतीष रावत,युवांष शमा,र्मधुसूदन पाठक,देवेन्द्र महेन्दं्र भूतियॉ,मनीष सोनी रसराज, अन्नपूर्णा भोजनालय सहित सभी राजनीतिक एंव सामाजिक गणमान्य नागरिको के द्धारा कथाव्यास नगरपुरोहित डॉ दीपेष पाठक का स्वागत किया गया।


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