भारत में बिज्जू सर्वत्र मिलता है। उत्तरी भारत के तालाबों और नदियों के कगारों में 25-30 फुट लंबी माँद बनाकर रहता है। इसके शरीर का ऊपरी भाग भूरा, बगल और पेट काला तथा माथे पर चौड़ी सफेद धारी होती है। हर पैर पर पाँच मजबूत नख होते हैं जो माँद खोदने के काम आते हैं। यह अगले पैर से माँद खोदता जाता है और पिछले पैरों से मिट्टी दूर फेंकता जाता है। यह अपने पुष्ट नखों से कब्र खोदकर मुर्दा खा लेता है। बिज्जू आलसी होता है और मंद गति से चलता है। यह सर्वभक्षी है। फल मूल से लेकर कीट पतंग तक इसके भक्ष्य होते है।
आष्टा शहर के रहवासी इलाके साईं कालोनी में एक कबर बिज्जू नामक जंगली जानवर के आने से हड़कम्प मच गया ।ये जंगली जानवर पिछले दो दिनो से रात के समय इंसानी बस्ती में आने लगा है। वही आज शाम को भी साईं कालोनी में बने सिनेमाघर में फ़िल्म देखने आए दर्शकों ने भी इस जानवर को इलाके में देखा । वही साईं कालोनी रहवासी प्रवेश शर्मा (बंटी) ने बताया कि पिछले दो दिनों से यह जंगली जानवर कबरबिज्जू कालोनी में रात के समय आता है ओर पेड़ पर चढ़ जाता है इससे बच्चों और रहवासियों में दहशत और भय का माहौल बना हुआ है ।वही इंसानो को देखकर ये जानवर पेड़ पर चढ़ जाता और वहीं छुपकर बैठ जाता था।वन विभाग का अमला रेंजर के नेतृत्व में साथ सुबह से ही उसे पकड़ने में लगे हुए है।
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