पूरे सावन मास के दौरान चलेगी राधा कृष्ण मंदिर में भगवान शिव की अर्चना
सीहोर। शहर के गाड़ी अड्डा स्थित राधा कृष्ण मंदिर में हर साल की तरह इस साल भी सावन मास के दौरान भगवान शिव का विशेष अभिषेक साथ ही राधा कृष्ण महिला मंडल के तत्वाधान में भजन-कीर्तन का आयोजन किया जा रहा है।
शुक्रवार को पंडित मनोहर शर्मा और यश शर्मा सहित अन्य मार्गदर्शन में पूर्ण विधि-विधान से पंचामृत से भगवान शिव का अभिषेक और महामृत्यंजय और ऊं नम: शिवाय का जाप किया गया। इस मौके पर पंडित श्री शर्मा ने बताया कि मनुष्य की रचना पांच तत्वों से मिलकर हुई है जिसमें पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु तथा आकाश। इनके अलावा पांच ज्ञानेन्द्रियां तथा पांच कर्मेन्द्रियां भी उसमें समावेशित हैं। इन सब में सर्वाधिक शक्तिशाली मन को माना गया है जिसकी गति अत्यधिक तीव्र होती है मन की इसी चंचलता के कारण मात्र मनुष्यों को ही नहीं अपितु देवताओं के साथ-साथ दैत्यों को भी दु:ख झेलने पड़े थे। वहीं मन के पांच विकार बताये गये हैं। जिसमें काम, क्रोध, लोभ, मोह तथा अहंकार इन पांचों के कारण ही मनुष्य सदा ही दु:ख पाता है। प्राचीन काल में भी ऋषि विश्वामित्र, ऋ़षि दुर्वासा तथा इन्द्रादि देवताओं को भी इन विकारों के हाथों पराजित होना पड़ा था। कोई भी अनुष्ठान हो अथवा पूजा-अर्चना हो वह केवल तभी सफल होती है जब मन के इन विकारों से व्यक्ति मुक्त हो जाए और निर्मल मन से ईश्वर की आराधना करे। मन को निर्मल करने के लिए प्रत्येक पूजा में पंचामृत का उपयोग करने की सलाह दी गई है। शिवलिंग और अन्य देव मूर्तियों को स्नान कराने से लेकर प्रसाद के रूप में पंचामृत ग्रहण करने की परंपरा है।