सीहोर/आष्टा : कृषक श्रीमती उर्मिला बाई ने ट्रेक्टर से कराई थी सोयाबीन की बुआई, हाथ से हल खींचकर साग-सब्जी की बुवाई गांव में परंपरागत

कृषक श्रीमती उर्मिला बाई ने ट्रेक्टर से कराई थी सोयाबीन की बुआई, हाथ से हल खींचकर साग-सब्जी की बुवाई गांव में परंपरागत

सीहोर, 22 जून,2021
आष्टा जनपद के ग्राम पंचायत लसूडिया विजय सिंह के ग्राम नानकपुर निवासी श्रीमतीं उर्मिला बाई ने अपनी सादे 3 एकड़ खेती में सोयाबीन की बुआई तो ट्रेक्टर से कराई है चूंकि साग सब्जी पूरा गांव ही हाथ से हल चलाकर बोता है तो उर्मिला बाई भी वर्षों से ऐसे ही बुआई करती है। जनपद पंचायत आष्टा के सी ई ओ ने तथ्यों के विपरीत मीडिया में आई खबरों पर स्पष्टीकरण दिया है
सीईओ द्वारा इस संबंध में जनपद पंचायत आष्टा के पीसीओ श्री विश्राम सिंह मालवीय द्वारा मौके पर जांच करवाई गई है। उन्होंने बताया कि श्रीमतीं उर्मिला बाई और अन्य के शामिल खाते में 7.10 एकड़ कृषि भूमि है। जिसमें से श्रीमतीं उर्मिला बाई के पास 3.5 एकड़ कृषि भूमि है। इस कृषि भूमि में वर्तमान में खरीफ के मौसम में सोयाबीन व साग-सब्जी लगाई गई है। श्रीमती अर्मिला बाई द्वारा सोयाबीन की बुवाई ट्रेक्टर द्वारा भाड़े से कराई गई है तथा साग-सब्जी हाथ से हल चलाकर बोई गई।
श्री मालवीय ने बताया कि नानकपुर गांव के किसानों द्वारा साग-सब्जी की बुवाई इसी तरह हाथ से हल खींचकर परम्परागत रूप से ही करने का चलन है। पति श्री सागरमल कुशवाह की मृत्यु के पश्चात श्रीमती उर्मिला बाई को विधवा पेंशन प्राप्त हो रही है। श्रीमती उर्मिला बाई का वर्ष 2011 की सर्वे सूची में नाम नहीं होने से प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिल पाया। इनका नाम आवास प्लस सर्वे सूची में जोड़ा गया है। श्रीमती उर्मिला बाई का एक पुत्र तथा दो पुत्रियां हैं और इनका नाम खाद्यान्न पर्ची में भी दर्ज है।


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