सीहोर : आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका संघ की बैठक संपन्न आन्दोलन करने का लिया निर्णय
अमित मंकोडी

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका संघ की बैठक संपन्न
आन्दोलन करने का लिया निर्णय
सीहोर। म.प्र.की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं साहिका संघ की बैठक सरस्वती शीशु मंदिर स्कूल अदालत के पीछे सीहोर में संपन्न हुई। बैठक के मुख्य अतिथि सुश्री नीलम धन्ना, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं श्रीमति बन्ना राजोरिया, प्रदेश अध्यक्ष आंगनबाड़ी उपस्थित रहकर संबोधन में कहा कि देश की सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मिनी कार्यकर्ता और साहिका बहनों शासकीय कर्मचारी घोषित करने के लिये केन्द्र सरकार तत्काल निती बनायें एवं न्यूनतम वेतन 18 हजार कार्यकर्ता और 9 हजार साहिका को लागू हो।
नवीन शिक्षा नीति के चलते जो आंगनबाड़ी प्रायमरी स्कूली में बदलने की योजना बनी है उसमें आंगनबाड़ी एवं मिनी कार्यकर्ता को प्रायमरी शिक्षिका और सहायिका को प्रायमरी सहायिका नाम देकर नियमित किया जाये।
सभी मिनी केन्द्रों को फु ल केन्द्र नियमित किया जाय। इस प्रकार सरकार से अपनी मांगों को पुरा कराने के लिये बहनों को द्वारा चरणबद्ध आन्दोलन करने का निर्णय लिया है। अनिल शर्मा विभाग प्रमुख द्वारा बताया कि पहला आन्दोलन 15 फरवरी को जिला स्तरीय धरना प्रदर्शन किया जायेगा। जिसमें सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों को एक दिन के लिये पूर्ण बंध रखने का निर्णय लिया गया है। यह आन्दोलन पुरे देश में एक साथ किया जायेगा। सुश्री निलम धन्ना राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के द्वारा प्रदेश से आव्हान किया है कि सभी बहने इस आन्दोलन का हिस्सा बने। इस अन्दोलन का मुख्य उद्देश्य आंगनबाड़ी केन्द्र बचाव है। अपने रोजगार बचाने के लिये आन्दोलन को सफल बनाने के लिये सहयोग प्रदान करें। वन्दना राजोरिया ने संगठन को शक्तिशाली बनाने का आव्हान किया।
सीहोर। म.प्र.की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं साहिका संघ की बैठक सरस्वती शीशु मंदिर स्कूल अदालत के पीछे सीहोर में संपन्न हुई। बैठक के मुख्य अतिथि सुश्री नीलम धन्ना, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं श्रीमति बन्ना राजोरिया, प्रदेश अध्यक्ष आंगनबाड़ी उपस्थित रहकर संबोधन में कहा कि देश की सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मिनी कार्यकर्ता और साहिका बहनों शासकीय कर्मचारी घोषित करने के लिये केन्द्र सरकार तत्काल निती बनायें एवं न्यूनतम वेतन 18 हजार कार्यकर्ता और 9 हजार साहिका को लागू हो।
नवीन शिक्षा नीति के चलते जो आंगनबाड़ी प्रायमरी स्कूली में बदलने की योजना बनी है उसमें आंगनबाड़ी एवं मिनी कार्यकर्ता को प्रायमरी शिक्षिका और सहायिका को प्रायमरी सहायिका नाम देकर नियमित किया जाये।
सभी मिनी केन्द्रों को फु ल केन्द्र नियमित किया जाय। इस प्रकार सरकार से अपनी मांगों को पुरा कराने के लिये बहनों को द्वारा चरणबद्ध आन्दोलन करने का निर्णय लिया है। अनिल शर्मा विभाग प्रमुख द्वारा बताया कि पहला आन्दोलन 15 फरवरी को जिला स्तरीय धरना प्रदर्शन किया जायेगा। जिसमें सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों को एक दिन के लिये पूर्ण बंध रखने का निर्णय लिया गया है। यह आन्दोलन पुरे देश में एक साथ किया जायेगा। सुश्री निलम धन्ना राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के द्वारा प्रदेश से आव्हान किया है कि सभी बहने इस आन्दोलन का हिस्सा बने। इस अन्दोलन का मुख्य उद्देश्य आंगनबाड़ी केन्द्र बचाव है। अपने रोजगार बचाने के लिये आन्दोलन को सफल बनाने के लिये सहयोग प्रदान करें। वन्दना राजोरिया ने संगठन को शक्तिशाली बनाने का आव्हान किया।