संविधान दिवस पर कार्यक्रम आयोजित
माननीय प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सीहोर के श्री रामानंद चंद के निर्देशन में एवं जिला न्यायाधीश/ अध्यक्ष तहसील विधिक सेवा समिति आष्टा के माननीय जिला न्यायाधीश श्री सुरेश कुमार चौबे दिनांक 26.11.2022 को संविधान दिवस के अवसर पर न्यायालय प्रांगण आष्टा, में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें सर्वप्रथम श्री सुरेश कुमार चौबे द्वारा डाॅ भीमराव अम्बेडकर जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया । उसके पश्चात श्री कंचन सक्सेना द्वितीय न्यायाधीश आष्टा द्वारा समस्त न्यायाधीशगण आष्टा, समस्त तृतीय, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को संविधान की प्रस्तावना का वाचन करते हुए एवं पालन करने के लिए शपथ दिलाई गई एवं श्री सुरेश कुमार चौबे द्वारा बताया कि यदि हम सभी नागरिक अपने कर्तव्यों का पूर्ण रूप से पालन करें ताकि भारत के सभी लोगों में समरसता और भाईचारा की भावना का निर्माण हों और धर्म, भाषा और प्रदेश या वर्ग आधारित भेदभाव से परे हों और उन प्रथाओं का त्याग करें जो कि महिलाओं के सम्मान के विरूद्ध हैं, सार्वजनिक सम्पत्ति को सुरक्षित रखें एवं हिंसा न करें, प्राकृतिक पर्यावरण जिसके अंतर्गत वन, झील, नदी वन्य प्राणी आदि आते हैं उनकी रक्षा करें और उसका संवर्धन करें तथा प्राणी के प्रति दयाभाव रखें, 86 वें संविधान संशोधन 2002 द्वारा जोड़ा गया कि 6 से 14 वर्ष की उम्र के बीच अपने बच्चों को शिक्षा के अवसर उपलब्ध कराना आवश्यक है। एवं घरेलू हिंसा के विरूद्ध महिला संरक्षण अधिनियम की धारा 2005 में बताया की किसी महिला को क्षति पहुंचाना या जख्मी करना या पीड़ित को शारीरिक या मानसिक तौर पर घायल करना या नुकसाना पहुंचाना। दहेज या अन्य संपत्ति या मूल्यवान प्रतिभूति की अवैध मांग को पूरा करने के लिए महिला या उसके रिश्तेदारों को मजबूर करने के लिए यातना देना नुकसान पहुंचाना। पीड़िता भारतीय दंड संहिता के तहत प्रथम सूचना रिपोर्ट भी दाखिल कर सकती है उक्त कार्यक्रम में न्यायाधीशगण एवं न्यायालयीन समस्त कर्मचारीगण उपस्थित रहे।