
आष्टा- अंचल आष्टा के हल्को में “भाई जी“ की उपाधि सामाजिक एवं धार्मिक जगत में अत्यंत सम्मान की दृष्टि से देखी जाती है। तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ0 शंकर दयाल शर्मा एवं पूर्व मंत्री तथा स्थानीय विधायक रहे स्व. श्री उमरावसिंह के साथ सामाजिक, धार्मिक, राजनैतिक जगत में कार्य कर चुके स्व. भाई जी फूलचंद जी कासलीवाल की लगभग डेढ़ दशक पूर्व मृत्यु पश्चात उनके ज्येष्ठ पुत्र श्री अशोक कासलीवाल को “भाई जी“ की सामाजिक, धार्मिक उपाधि से सभी समाज ने सम्मानित किया। भाईजी श्री अशोक कासलीवाल के 3 दिवस पूर्व स्वर्गवास पश्चात आज उनकी स्मृति में श्रद्धांजलि सभा में प्रभुप्रेमी संघ आष्टा ने आचार्य जुनापीठाधीश्वर महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद जी गिरि के निर्देशानुसार श्रद्धांजलि पत्रक के रूप में श्रद्धासुमन अर्पित किए।

प्रभुप्रेमी संघ के महासचिव प्रदीप जैन प्रगति ने श्रद्धांजलि पत्रक का वाचन कर स्व. श्री अशोक कासलीवाल भाईजी के सामाजिक, धार्मिक योगदान को सराहा तथा स्वामी जी की ओर से भी श्रद्धांजलि प्रस्तुत की। भाईजी के सुपुत्र द्वय मोहित कासलीवाल, सुमित कासलीवाल तथा बंधुगण महेश कासलीवाल, सुरेश कासलीवाल, कमल कासलीवाल, पारिवारिक सहयोगी नरेन्द्र गंगवाल को श्रद्धांजलि पत्रक प्रभुप्रेमी संघ के संयोजक कैलाश परमार, संरक्षकगण रामेश्वर खण्डेलवाल, प्रहलादसिंह वर्मा, महासचिव प्रदीप प्रगति, श्वेताम्बर जैन समाज से लोकेन्द्र बनवट, अभिषेक सुराणा, दिगम्बर जैन समाज के अध्यक्ष आनंद पोरवाल, पूर्व अध्यक्ष यतेन्द्र जैन भुरू, संजय जैन किला, युवा प्रभुप्रेमी संघ से शुभम शर्मा, अनिल धनगर, नरेन्द्र कुशवाह, वीरेन्द्र परमार एडवोकेट राज परमार आदि ने सौंपा।