आष्टा : वी आई टी कॉलेज में राष्ट्रीय विज्ञान सप्ताह समारोह के उद्घाटन सत्र का आयोजन

राष्ट्रीय विज्ञान सप्ताह समारोह के उद्घाटन सत्र का आयोजन

स्थानीय, कोठरी कलां, सीहोर, 22 फरवरी 2021

वी आई टी भोपाल विश्वविद्यालय, 22 – 28 फरवरी के दौरान, राष्ट्रीय विज्ञान सप्ताह का आयोजन कर रहा है। यह आयोजन राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार हेतु राष्ट्रीय परिषद (एनसीएसटीसी), विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, मध्य प्रदेश विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद द्वारा उत्प्रेरित और समर्थित है। यह आयोजन 28 फरवरी 1928 को भारतीय भौतिक विज्ञानी सर सी वी रमन द्वारा “रमन प्रभाव” के खोज, जिसके लिए उन्हें विज्ञान का सर्वोच्च नोबल पुरस्कार दिया गया था, किये जाने की स्मृति में किया जा रहा है।

राष्ट्रीय विज्ञान सप्ताह समारोह के उद्घाटन सत्र का आयोजन दिनांक 22 फरवरी 2021 को प्रातः 10 :00 – 10 : 30 के दौरान ऑनलाइन माध्यम में किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ अनिल दत्तात्रेय सहस्रबुद्धे, चेयरमैन, आल इंडिया कॉउन्सिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता वी आई टी ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूशंस के फॉउंडर चांसलर डॉ जी विश्वनाथन ने की। उद्घाटन सत्र में वी आई टी भोपाल विश्वविद्यालय की असिस्टेंट वाईस प्रेसीडेंट सुश्री कादंबरी एस विश्वनाथन तथा कुलपति डॉ पी गुनासेकरन उपस्थित रहे।

उद्घाटन सत्र का प्रारम्भ सरस्वती वंदना के बाद वी आई टी भोपाल विश्वविद्यालय की असिस्टेंट वाईस प्रेसीडेंट सुश्री कादंबरी एस विश्वनाथन के स्वागत अभिभाषण से हुआ। उन्होंने कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रोफेसर सहस्रबुद्धे के साथ अन्य गणमान्य अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने गुणवत्ता युक्त उच्च शिक्षा के क्षेत्र में वी आई टी भोपाल विश्वविद्यालय द्वारा किये जा रहे प्रयासों, विशेष रूप से मध्य प्रदेश के सम्बन्ध में, के बारे में अतिथियों तथा प्रतिभागियों को बताया। उन्होंने बताया की देश के साथ साथ प्रदेश को आत्म निर्भर बनाने की ओर वी आई टी अपना योगदान दे रहा है। ग्रामीण परिवेश के, सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले प्रत्येक जिले के सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले 1 छात्र तथा 1 छात्रा को स्टार्स स्कीम के अंतर्गत निःशुल्क शिक्षा के साथ ही उनके परिसर में रहने के साथ भोजन का भी निःशुल्क प्रबंध वी आई टी द्वारा किया जाता है। वी आई टी भोपाल अंतर्राष्ट्रीय स्तर के पाठ्यक्रमों के साथ साथ शिक्षण की नवीन प्रणालियों का उपयोग कर विद्यार्थियों को उच्च गुणवत्ता युक्त शिक्षा प्रदान कर रहा है।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रोफेसर अनिल दत्तात्रेय सहस्रबुद्धे, चेयरमैन, ए आई सी टी ई, ने अपने उद्बोधन में वी आई टी भोपाल को राष्ट्रीय विज्ञान सप्ताह समारोह के इस विशिष्ट अवसर पर उन्हें आमंत्रित करने हेतु धन्यवाद दिया। उन्होंने अपने उद्बोधन में प्राचीन भारतीय ज्ञान विज्ञान की चर्चा करते हुए कहा कि हमारे देश में नदियों, वृक्षों, पशु – पक्षियों तक को पूजे जाने की परंपरा रही है यह इस बात का द्योतक है कि मानव मात्र के लिए प्रकृति तथा अन्योन्य निर्भरता अपरिहार्य है। उन्होंने कहा कि विज्ञान, गणित के क्षेत्र में शून्य से लेकर अनंत तक की यात्रा एवं खोज का श्रेय भारतीय मनीषियों को जाता है। उन्होंने कहा कि आज जब हम विज्ञान दिवस मना रहे हैं तब विज्ञान के सिद्धांतों के साथ साथ समाज में वैज्ञानिक चेतना के विकास के विषय में सोचना होगा। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में वी आई टी भोपाल द्वारा किये जा रहे प्रयासों की भूरि भूरि प्रशंसा की।

वी आई टी संस्थानों के संस्थापक एवं चांसलर डॉ जी विश्वनाथन ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में मुख्य अतिथि के अभिवादन के साथ उन्हें बताया कि उन्हें प्रसन्नता है कि वी आई टी भोपाल विश्वविद्यालय अपनी यात्रा के प्रारंभिक चार वर्षों में ही 36 वर्ष पुराने वी आई टी वेल्लोर को शिक्षण के साथ साथ सामाजिक उत्थान सम्बन्धी गतिविधियों में चुनौती दे रहा है। उन्होंने इसका श्रेय वी आई टी भोपाल की असिस्टेंट वाईस प्रेसीडेंट सुश्री कादंबरी एस विश्वनाथन के नेतृत्व एवं वी आई टी भोपाल के सभी गतिविधियों में पूरे मनोयोग से शामिल होने की उनकी प्रवृत्ति को दिया। उन्होंने कहा कि आज इक्कीसवीं सदी में भी भारत देश के कई भागों में सांस्कृतिक रूढ़ियों में बंधे समाज में लोग अन्धविश्वास में फंसकर बच्चों तक की बलि दे रहे हैं, ऐसे समय में विज्ञान दिवस मनाने की प्रासंगिकता बढ़ जाती है तथा साथ ही ऐसे आयोजन समाज में वैज्ञानिक चेतना के प्रसार के अवसर प्रदान करते हैं।

उद्घाटन सत्र का समापन वी आई टी भोपाल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ पी गुनासेकरन के धन्यवाद प्रस्ताव से हुआ। उन्होंने वी आई टी प्रबंधन को आयोजन हेतु समर्थन एवं सहयोग प्रदान करने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कार्यक्रम के मुख्य अतिथि को उनके व्यस्ततम समय में से वी आई टी भोपाल विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित राष्ट्रीय विज्ञान सप्ताह समारोह के उद्घाटन सत्र में सम्मिलित होने हेतु आभार प्रकट किया। उन्होंने कार्यक्रम के समन्वयक डॉ शरद चंद्र त्रिपाठी, सह समन्वयक डॉ प्रदीप कुमार कश्यप, डॉ राजदीप सिंह पयाल को धन्यवाद दिया साथ ही स्कूल ऑफ़ एडवांस्ड साइंसेज एंड लैंग्वेजेज के डीन डॉ हरिहर पाढ़ी को इस सफल आयोजन हेतु बधाई दी। उन्होंने तकनीकी सहायता हेतु डॉ बी सतीशकुमार के नेतृत्व में काम कर रही समिति को भी बधाई एवं धन्यवाद दिया। उन्होंने राष्ट्रीय विज्ञान सप्ताह के अंतर्गत होने वाले व्याख्यानों में अपनी सहमति देने हेतु सभी वैज्ञानिकों एवं विद्वानों के प्रति भी धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार हेतु राष्ट्रीय परिषद (एनसीएसटीसी), विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, मध्य प्रदेश विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद को वित्तीय सहायता एवं इस कार्यक्रम के आयोजन हेतु दिए गए अन्य सहयोग हेतु धन्यवाद दिया।

कार्यक्रम का सीधा प्रसारण वी आई टी भोपाल के आधिकारिक यूट्यूब चैनल से किया गया। (लिंक: https://youtu.be/x67Zo6tnzck )

इस आयोजन के अंतर्गत व्याख्यानमाला, अंतर्विश्वविद्यालयी प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता तथा ऑनलाइन विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। व्याख्यानमाला में देश – विदेश के वैज्ञानिक, इंटर यूनिवर्सिटी सेण्टर ऑफ़ एस्ट्रोनॉमी एंड एस्ट्रोफिजिक्स, पुणे के डॉ दुर्गेश त्रिपाठी, भौतिक अनुसन्धान प्रयोगशाला, अहमदाबाद के डॉ विशाल जोशी, इंडियन नेशनल साइंस एकेडमी के प्रोग्राम कंसल्टेंट, डॉ चंद्रमोहन नौटियाल, अहमदाबाद के साइंस कम्युनिकेटर, श्री धनंजय रावल, कैलिफोर्निया स्टेट यूनिवर्सिटी के डॉ देबी प्रसाद चौधरी, आई आई टी बी एच यू के डॉ अभिषेक श्रीवास्तव, कमिटी ऑन स्पेस रिसर्च के कैपेसिटी बिल्डिंग इकाई के चेयर डॉ कार्लोस गैब्रिएल, नासा हेडक्वार्टर की सीनियर एडवाइजर डॉ मधूलिका गुहठाकुर्ता प्रतिभाग कर रहे हैं जो विभिन्न विषयों पर व्याख्यान देंगे। सम्बंधित सूचनाएँ सूचना हेतु हमारी वेबसाइट https://vitbhopal.ac.in/nsw/ पर प्राप्त की जा सकती हैं।

संलग्न विवरणिका

https://drive.google.com/file/d/1Epg7r1k1OlUQ2mlPzQLMPK-nmB9Gwcqp/view?usp=sharing

धन्यवाद !

डॉ शरद चंद्र त्रिपाठी

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