झारखंड सरकार ने सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थाल घोषित करने के फैसले को वापस ले लिया है
सीहोर। सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थाल घोषित करने को लेकर लगातार जैन समुदाय के लोग इसका विरोध कर रहे थे। झारखंड सरकार द्वारा सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल का दर्जा देने के फैसला से नाराज लोगों ने सिर्फ मध्य प्रदेश और झारखण्ड ही नहीं बल्कि कोई राज्य के लोगों ने इसका विरोध किया। जिसके चलते अब झारखंड सरकार ने सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थाल घोषित करने के फैसले को वापस ले लिया है। इसको लेकर पारसनाथ जनकल्याण चैरिटेबल सोसाइटी के द्वारा जैन समाज सहित सभी समाज के लोगों ने हर्ष व्यक्त करते हुए मिठाई का वितरण किया।
इस मौके पारसनाथ जनकल्याण चैरिटेबल सोसाइटी के अध्यक्ष पवन जैन ने बताया कि सकल समाज के तत्वाधान में जैन समाज ने बुधवार को नगर में आकोश रैली निकाली गई। जैन समाज के लोगों ने बताया गया है कि सम्मेद शिखर को पर्यटक स्थल घोषित करने के विरोध में सकल जैन समाज नगर की सड़कों पर उतरा और रैली निकालकर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन भी सौंपा गया। इस दौरान रैली में शामिल लोगों ने जोरदार नारेबाजी कर अपना विरोध जताया। रैली के पूर्व धर्मसभा का आयोजन किया गया, जिसको मुनि श्री संस्कार जी महाराज ने संबोधित किया। जैन समाज की रैली अनेकों संगठनों ने अपना समर्थन भी दिया। आज जैन समाज के सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे। रैली में शामिल लोगों ने अपने हाथ पर काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज किया। वहीं शाम को झारखंड सरकार ने सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थाल घोषित करने के फैसले को वापस ले लिया है। इसकी खुशी मनाई गई और शहर के बस स्टैंड क्षेत्र में सभी समाज के लोगों ने निर्णय का स्वागत किया। इस मौके पर पूर्व मंडल अध्यक्ष अशोक सिसोदिया, मनोज दीक्षित मामा, सुरेश राठौर, सोनू रेकवार, भोजराज यादव, विनोद मालवीय, मनोज जैन, मोहित यादव, रजत मालवीय, आयुष राठौर, राजीव विश्वकर्मा और जितेन्द्र यादव आदि शामिल थे।