
बिजली उपभोक्ताओं को बिजली का झटका
आष्टा (नि.प्र.) कोविड महामारी के समय शासन केवल घोषणाऐं कर रहा है। वहीं जमीन पर उनका असर नही दिख रहा है। एक और शासन विद्युत में अनुदान की बात करता है वहीं इस माह उपभोक्ताओं को 10 हजार, 20 हजार और यहां तक की घरेलू उपभोक्ताओं को 40 हजार तक के बिल दिये जा रहे है, जो न्याय संगत नही है। इसी सम्बंध में कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री शेख रईस की अगुवाई में एक ज्ञापन अनुविभागीय अधिकारी महोदय को मुख्यमंत्री के नाम दिया गया, इसमें हजारों की संख्या में परेशान लोग शामिल हुऐ। शासन और प्रशासन को इस और ध्यान देना चाहिये और सभी गलत बिलों का निराकरण कर शासन द्वारा दी जाने वाली सहायता का लाभ हर बिजली उपभोक्ताओं को मिलना चाहिये। हमेशा गरीबों की समस्याओं को उठाने वाले शेख रईस ने बताया कि बिजली विभाग द्वारा कई वर्षोे से हर माह रीडिंग लेने के बजाय इकट्ठी रीडिंग लेकर गरीबों को अधिक-अधिक राशियों के बिली थमा दिये जाते है, जिस उपभोक्ता के 100 यूनिट 100 रूपये बिल आता है, उस उपभोक्ता को भी 5 हजार से लेकर 60 हजार रूपये तक के बिल थमा दिये जाते है, जबकि 100 यूनिट के दायरे में आने वाला व्यक्ति 200 प्रति माह है, लेकिन माह मार्च 2021 एवं अप्रेैल 2021 की मीटर वाचक द्वारा रीडिंग नही ली गई एवं माह मई 2021 को इकट्ठी रीडिंग लेकर भारी भरकम रीडिंग लेकर इंदिरा गृह ज्योति योजना से बाहर कर भारी भरकम बिल थमा दिये गये है, जो कि कोविड माहमारी के चलते उक्त बिलों का वहन करना आम जनता के लिये मुश्किल है। ज्ञापन देने वालों में – शेख रईस म.प्र. कांग्रेस महामंत्री, मुबारिक बैग, शेख राजा, अल्लादिया भाई, शेख सलीम, शेख सलमान, शेख अरबाज, कमलसिंह, धर्मेन्द्र कुमार, कमलाबाई, शेख यासीन, शेख तैय्यब, शेख जावेद आदि सैकड़ों की संख्या में बिजली उपभोक्ता मौजूद थे।