*गडरियानाला बुधनी में हुये हत्याकाण्ड के आरोपी 12 घण्टे मे गिरफ्तार*
दिनांक 22.23/04/22 की मध्य रात्रि में मृतक इमरत पिता विजय सिंह निवासी वार्ड 05 बुधनी जो कि पेशे से बस ड्राईवर है जिसकी अभियुक्त संजीव की बहन को छेङने की बात को लेकर पुरानी रंजीश थी उसी बात को लेकर अभियुक्त संजीव उर्फ अजय उर्फ प्रताप एवं उसके दोस्त अभिषेक गौंड, राज सैनी, विजय इवने एवं एक अन्य बाल अपचारी ने रात्रि 12.00 के आसपास शराब पार्टी की और इमरत को मारने के लिये संजीव की मोटरसाईकिल से संजीव राजपूत एवं बाल अपचारी मृतक को घर से बात करने का बोलकर 50 मीटर के आस-पास रोड पर लेकर गये और वहाँ पहले से खङे विजय, राज एवं अभिषेक ने साथ मिलकर मृतक इमरत के साथ लोहे की राड एवं लोहे की पाईप से मारपीट की चिल्लाचोट की आवाज सुनकर इमरत के परिजन बीच बचाव मे आये और घायल इमरत को होशंगाबाद अस्पताल लेकर गये जहाँ उसकी मृत्य हो गई उक्त सूचना पर थाना बुधनी पर अपराध क्रमांक 133/22 धारा धारा 147,148,149,302 भादवि , 3(2)(v) एस.सी. एस.टी एक्ट का पंजीबंद्ध कर विवेचना में लिया गया ।
उक्त प्रकरण की गंभीरता को देखते हुये पुलिस अधीक्षक सीहोर श्री मयंक अवस्थी के निर्दशन में अति. पुलिस अधीक्षक सीहोर श्री गितेश गर्ग एवं SDOP बुधनी श्री सी.एम.द्विवेदी के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी बुधनी निरीक्षक विकास खीची के नेतृत्व में आरोपियों की गिरफतारी हेतु अलग अलग टीम गठित की गई गठित टीमों ने त्वरित कार्यवाही करते हुये अभियुक्तगण संजीव उर्फ अजय उर्फ प्रताप पिता पप्पू उर्फ नारायण राजपूत निवासी इन्द्रानगर बुदनी, विजय पिता परमाशिवम उईके निवासी इन्द्रानगर बुधनी, राजसिंह पिता सेवाराम सैनी निवासी इन्द्रानगर बुधनी, अभिषेक उर्फ अभी पिता श्यामलाल गौंड निवासी अहमदपुर चौराहा विदिशा हाल मुकाम इन्द्रानगर बुदनी एवं एक अन्य बाल अपचारी को तत्काल घेराबंदी कर 12 घण्टे के अंदर गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की गई एवं पूछताछ कर घटना में प्रयुक्त लोहे की राड एवं पाईप तथा घटना मे प्रयुक्त मोटरसायकल जप्त किये गये ।
उक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी बुधनी विकास खिची, उनि दीपक शर्मा, उनि सुशील पाण्डे, सउनि राजेश मालवीय, प्र.आर. 193 लोकेश रघुवंशी, प्र.आर. 224 महेश विश्वकर्मा, वरिष्ट आर. 350 रामप्रसाद, आर. 147 सिद्धार्थ, आर. 860 हर्षित, . 562 संतोष आर. 525 मुकेश उइके आर. 458 योगेश चौरे आर. 417 अरूण आर. 858 हिमांशू सैनिक 431 चरन लाल की सराहनीय भूमिका रही ।