सीहोर : बारिश के बावजूद साल की सबसे सफल लोक अदालत सम्पन्न

Report Amit Mankodi

बारिश के बावजूद साल की सबसे सफल लोक अदालत सम्पन्न

माननीय सर्वोच्च न्यायालय एंव माननीय मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय जबलपुर के निर्देशानुसार माननीय जिला एंव सत्र न्यायाधीश एंव अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सीहोर श्री राजवर्धन गुप्ता के मार्गदर्शन में जिला मुख्यालय सीहोर एंव जिले की समस्त तहसीलों में आज दिनांक 12.12.2020 को प्रातः 10ः30 बजे जिला न्यायालय परिसर में देवी सरस्वती की प्रतिमॉ के समक्ष दीप प्रज्वलित कर एंव न्यायालय परिसर में स्थापित राष्ट्रपिता महात्मा गॉधी की प्रतिमॉ पर पुष्प माला अर्पित कर नेशनल लोक अदालत का शुभारंभ किया गया।
गरिमामय कार्यक्रम मेंं जिला एंव सत्र न्यायाधीश एंव अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सीहोर श्री राजवर्धन गुप्ता, विशेष न्यायाधीश श्री विजय चंद्र, प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय सुश्री नीना आशापुरे, द्वितीय अपर जिला न्यायाधीश श्री अशोक भारद्वाज, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री एस.के. नागौत्रा, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्रीमती किरण तुमराची धुर्वे एंव न्यायाधीशगण श्रीमती रीनी खान, श्रीमती जागृति एस चंद्रिकापुरे, कु. इकारा मिन्हाज, कु. के. शिवानी, श्री वैभव पटेल एंव ट्रेनी जज श्री अविनाश छारी, अनिरूद्ध कुमार एवं कु. तनु गर्ग उपस्थित रहे। अभिभाषक संघ सीहोर के अध्यक्ष श्री शरद जोशी तथा मुख्यालय सीहोर के अधिवक्तागण एंव न्यायालयीन कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
मौसम के खराब होने व बारिश के बावजूद इस लोक अदालत में सबसे ज्यादा प्रकरणों का निराकरण किया गया।
नेशनल लोक अदालत में सुश्री नीना आशापुरे प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय के यहां से धारा 13 हि.वि.अधि. में लंबित एचएम प्र.क्र. 106/19 राहुल वि. प्रियंका मेंं एवं धारा 125 द.प्र.स. एमजेसी प्र.क्र. 94/2020 पूजा गोस्वामी वि. पुरूषोत्तम उक्त दोनो प्रकरणों मे परिवार न्यायालय की समझाइश व अथक प्रयास से दोनो पक्षों के मध्य समझौता करवाया जाकर प्रकरण का निराकरण किया गया। श्रीमती रीनी खान न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी के अथक प्रयास से न्यायालय में लंबित एक 05 वर्ष पुराना प्रकरण धारा 138 पराक्राम्य लिखित अधिनियम प्र.क्र. 970/15 राहुल यादव वि. शैलेन्द्र राठौर में राशि रूपये 1,00,000/- (रूपये एक लाख) की वसूली हेतु लंबित प्रकरण में दोनो पक्षकारों के मध्य समझौता करवाया जाकर प्रकरण का निराकरण किया गया। इसी प्रकार कु. के. शिवानी न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी सीहोर के न्यायालय में धारा 138 परक्राम्य लिखित अधिनियम के प्र.क्र. 2647/14 धर्मेश राय वि. हिमांशु वर्मा में 1,00,000/- रूपये वसूली हेतु प्रकरण में समझौता करवाया जाकर उक्त दोनो प्रकरणों का निराकरण किया गया तथा उक्त प्रकरणों के पक्षकारों के चैहरे पर समझौते के परिणाम स्वरूप प्रसन्नता की झलक देखी गई।
नेशनल लोक अदालत में 19 खण्डपीठों मे 136 आपराधिक प्रकरण रखे गए थे जिनमें से 30 प्रकरणों का निराकरण किया गया। धारा 138 परक्राम्य लिखित अधिनियम के 611 रखे गए प्रकरणों में से 51 प्रकरणां का समझौते से निराकरण किया गया जिसमें 83,43,893/- रूपये की वसूली हुई। मोटर दुर्घटना दावा के 78 प्रकरणों मे से 19 प्रकरणों का निराकरण किया गया जिसमें आवेदकगण को 34,14,500/- रूपये दिलवाये जाने के अवार्ड पारित किए गए। इसी प्रकार विद्युत चोरी से सम्बंधित रखे गए 523 प्रकरणों मे से 81 प्रकरणों का निराकरण हुआ जिनसे 7,20,327/- रूपये की राजस्व प्राप्ति हुई। हिन्दु विवाह अधिनियम के 143 प्रकरणों मे से 31 प्रकरणों का निराकरण समझौते के आधार पर किया गया।
नेशनल लोक अदालत में विद्युत चोरी से संबधित प्री-लिटिगेशन प्रकरण 6349 रखे गए थे जिनमें से 371 प्रकरणों का निराकरण किया जाकर 36,97,046/- रूपये की वसूली हुई। नेशनल लोक अदालत में नगर पालिका से सम्बंधित सम्पत्ति कर एंव जलकर के प्रकरण 665 रखे गए थे जिनमें से 394 प्रकरणों का निराकरण किया जाकर 34,15,668/- रूपये की वसूली हुई। बैंको से सम्बंधित 5838 प्रकरण रखे गए थे जिनमें से 176 प्रकरणों का निराकरण होकर 54,14,920/- रूपये की वसूली की गई। इस प्रकार प्री-लिटिगेशन मामलों में कुल 1,25,27,634/- रूपयों की वसूली हुई। कुल 1023 प्रकरणों का निराकरण प्री-लिटिगेशन स्टेज पर होकर वसूली 1,25,27,634/– रूपये एंव न्यायालयों मे लंबित प्रकरणों मे से 240 प्रकरणों का निराकरण किया जाकर 1,25,34,520/- रूपये के अवार्ड पारित किए गए। नेशनल लोक अदालत में मौसम खराब होने की वजह से भी भारी संख्या में प्रकरणों के निराकरण में पक्षकारों एंव अभिभाषक की उत्सुकता देखी गई। अधिकांश पक्षकार अपने प्रकरण का निराकरण समझौते के माध्यम से होने से चैहरे पर मुस्कान लेकर बिदा हुए।

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