डिप्रेशन में है निजी स्कूलों के प्राईवेट टिचर
आर्थिक संकट है सर पर
अशासकीय शिक्षक संघ ने दिया मुख्यमंत्री के नाम
विधायक सुदेश राय को 20 मागों का ज्ञापन
सीहोर। रोजगार नही होने से अशासकीय शिक्षिक डिप्रेशन में है। मस्तिष्क में कई बुरे विचार आ रहे है। शिक्षिकों को आर्थिंक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। बीते 6 माह से बंद निजी स्कूल संचालक भी शिक्षिकों को वेतन नहीं दे रहे है। अशासकीय शिक्षिक संघ ने मुख्यमंत्री के नाम विधायक सुदेश राय को कोचिंग संस्थान कोविड-19 सुरक्षा के साथ खोलने की अनुमति देने की मांग को लेकर ज्ञापन दिया है।
अशासकीय शिक्षिकों ने विधायक श्री राय के समक्ष परेशानियों को रखते हुए कहा कि जब मॉल,जिम, बाजार खुल सकते है,बस चल सकती है, नेताओ की बड़ी बड़ी सभाएं हो सकती है तो हम कोचिंग संस्थान क्यों नही खोल सकतें। नियम बनाएंगे उन नियमो का पालन करेंगे और विद्यार्थियों से भी कराएंगे। एक बेंच एक स्टूडेंट के नियम का पालन करके हम भी सुचारू रूप से कोचिंग चला सकते है । क्लास में 10 से 15 बच्चो को बैठाकर सोशल डिस्टेसिंग पालन करेंगे।
उन्होने कहा कि हमारे पास जीविका चलाने का एक मात्र साधन कोचिंग संस्थान है जो की विगत 6 माह से बंद है । परिवार का पालन पोषण करना मुश्किल हो गया है । कोचिंग संचालन भवन किराया बिजली बिल साफ सफाई खर्च देखरेख तथा निजी मकानोंं में रहने वाले शिक्षिकों को रूम किराया भरना पड़ रहा है। बेरोजगारी की समस्या खड़ी हो गई है रोजगार नही होने से मानसिक क्षति हो रही है । परिवार ठीक से जीवन यापन नही कर पा रहा है । कई बार हमारे मष्तिष्क में आत्महत्या के विचारो का आगमन भी होता है । जिन प्राइवेट स्कूल में हम शिक्षक है वहां से भी हमे कोई आर्थिक मदद नही दी जा रही है । ज्ञापन देते समय राकेश कौशल,भूपेंदर परमार, मोहन व्यास, अब्दुल कादिर,विजय सिंह, राम नरेश कुशवाहा, पंकज कुमार तोमर, आदर्श विजयवर्गीय, संजय राठौर,सीन अहुजा, विनीत कुशवाहा, संदीप शर्मा, अभिसेक मालवीय, शिवेन्द्र शर्मा प्रदीप विश्वकर्मा, प्रमोद मालवीय,अशीष परमार,देवराज मालवीय ,मनोज कलमोदीय,गौरव मातुर,अंकुर परमार,श्याम सर आदि अशासकीय शिक्षिक शामिल रहे।