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सीहोर/आष्टा : एक ऐसा गाँव जहाँ पर शवदाह के लिए शमसान नही है ,पल्ली के नीचे होता है शवदाह,विकास से कोसो दूर है गाँव, पढ़े पूरी रिपोर्ट।

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सीहोर जिले के आष्टा जनपद पंचायत के ग्राम गोदी आज भी नागरिकों की मूलभूत सुविधाओं से कोसों दूर बारिश के मौसम में मुर्दे को जलाने के लिए लोगों ने पॉलिथीन का सहारा लिया तब कहीं जाकर एक बुजुर्ग का अंतिम संस्कार किया गया उक्त घटना का वीडियो वायरल होने पर जब गांव की हकीकत से रूबरू हुए तो गांव के लोगों का कहना है कि कि गांव से मात्र ढाई किलो मीटर की दूरी पर आष्टा शुजालपुर हाईवे रोड लेकिन जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासन की उदासीनता के चलते आज भी यह गांव बुनियादी सुविधाओं से कोसों दूर नजर आ रहा है।।

ऐसा नहीं है कि यहां जनप्रतिनिधि नहीं आते हैं सांसद हो या विधायक सभी लोगों ने आश्वासन दिया लेकिन सुविधाओं के नाम पर ग्रामीण आज भी इंतजार करते हैं यह ग्रामलोरास खुर्द ग्राम पंचायत के अंतर्गत आता है यहाँ की आबादी लगभग सातसौ लोगो की है।
लोगो का कहना है कि आने वाले किसी भी चुनाव में हम बोट नही देंगे चाहे कोई भी आजाए परमार समाज के उक्त ग्राम के ग्रामवासियो का कहना है कि गोदी जोड़ से ग्राम गोदी तक ढाई किलोमीटर तक का रास्ता बनना चाहिए।
ग्राम में न उप स्वास्थ्य विभाग है न छात्रों को पढ़ने के लिए स्कूल केवल प्रायमरी तक है। जिसमे बच्चों को करीब 4 किलोमीटर दूर ग्राम मेन जाना पड़ता है अगर घुमाकर जाए सही रास्ते से तो 13 किलोमीटर पड़ता है मात्र ढाई किलोमीटर रोड़ बन जाए तो ग्राम की समस्या किसी हद तक ठीक ही सकती है।
शमशान के लिए अर्जुनसिंह ने दान स्वरूप एक जमीन दे रखी है लेकिन पंचायत के सरपंच की उदासीनता के चलते उस पर शेड निर्माण नही हुआ है जिससे बारिश में मुर्दो को जलाने में बड़ी ही गांव से निकलते ही एक नाला है जिसपर पूर्व में पंचायत ने पुलिया निर्माण करवाया था आज वह जर्जर स्थिति में है जो हमेशा दुर्घटनाओं को आमन्त्रित करती है पिछलिबार यहाँ एक व्यक्ति को नाले की पुलिया में फंसजाने पर ग्रामीणों ने बड़ी मुश्किल से बचाया ।
उक्त ग्राम के उप सरपंच जगदीश परमार ने इस प्रतिनिधि को बताया कि गांव में बहुत बड़ी समस्या रोड़ की है साथ ही शमशान घाट नही है जो है उसपर शेड नही है सरपंच कोई दिलचस्पी नही ले रहा है पिछले दिनों एक व्यक्ति की मौत के बाद अंतिम संस्कार के समय बारिश आजाने से किसी तरह पन्नी ढकर लाश को जलाया वही पुलिया से एक आदमी को बड़ी मुश्किल से बचाया ।
गांव के प्रमुख हरिसिह परमार से जब इन समस्या के बारे में जाने का प्रयास किया तो उन्होंने भी दाहसंस्कार के वीडियो की पुष्टि की उनका कहना है कि दो समस्या बड़ी है रोड़ की व शमशान की समस्या है कई बार अधिकारियी जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया लेकिन कोई समस्या हल नही हुई अब हम ग्रामीणों ने फैसला कर लिया है कि जबतक हमारी समस्याओं का समाधन नही होगा हम गाँव मे किसी को नही घुसने देंगे चुनाव का बहिष्कार करेँगे ।

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