उत्तर प्रदेश पुलिस के आतंक रोधी दस्ते (एटीएस) ने गुरुवार देर रात सहारनपुर जिले के देवबंद से जैश-ए-मोहम्मद के दो संदिग्ध आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई देवबंद स्थित एक हॉस्टल में की गई है। गिरफ्तार आतंकियों का नाम शाहनवाज अहमद तेली और आकिब है। दोनों के पास से हथियार भी मिले हैं। बताया जा रहा है कि शाहनवाज जम्मू-कश्मीर के कुलगाम का रहने वाला है, वहीं आकिब पुलवामा का रहने वाला है। इन दोनों पर युवाओं का ब्रेनवॉश कर भर्ती करने का जिम्मा था। इनमें से एक ग्रेनेड एक्सपर्ट बताया जा रहा है। आइए जानते हैं पूरा मामला…
दो पिस्टल-30 कारतूस जब्त, वीडियो भी मिले, पुलवामा हमले से जुड़े होने की भी जांच होगी
– उत्तरप्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि ये दोनों किसी एडमिशन के हॉस्टल में रह रहे थे। इनके पास से दो पिस्टल और 30 कारतूस जब्त किए गए हैं। कुछ वीडियो और आतंकियों से चैट की जानकारी भी मिली है। इनकी पड़ताल की जा रही है। दोनों संदिग्ध यूपी में ऐसे लोगों की तलाश कर रहे थे, जिनका ब्रेनवॉश कर जैश में भर्ती कराया जा सके।
– सिंह ने बताया कि दोनों आतंकियों के पुलवामा हमले से जुड़े होने की जांच की जा रही है। इन्होंने कितने लोगों को जैश में भर्ती किया है। इनकी फंडिंग कौन करता है और ये स्थानीय स्तर पर किन लोगों के संपर्क में थे इसकी जांच की जा रही है।
हिरासत में लिए गए 7 तलबाओं से मिली थी जानकारी
– एटीएस ने उड़ीसा और कश्मीर से यहां आए सात तलबाओं को हिरासत में लिया था। उनसे मिले इनपुट के आधार पर खानकाह इलाके में नाज मंजिल में छापेमारी की गई। नाज मंजिल एक निजी हॉस्टल है। देवबंद में जो शिक्षा ग्रहण करने आते हैं उन्हें तलबा कहते हैं।
– शाहनवाज को ग्रेनेड एक्सपर्ट बताया जाता है। माना जा रहा है कि पूछताछ में शाहनवाज अहम खुलासे कर सकता है, जो पुलवामा आतंकी हमले की जांच कर रही एजेंसियों के भी काम आ सकते हैं
पुलवामा हमले को लेकर एफआईआर
– बता दें पुलवामा में पिछले हफ्ते 14 फरवरी को हुए आत्मघाती हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हुए थे। इसके बाद से देशभर में पाकिस्तान के खिलाफ गुस्सा है और लोग सड़कों पर निकलकर नारेबाजी-प्रदर्शन कर रहे हैं। पुलवामा हमले की जांच कर रही एनआईए ने आतंकी हमले के 6 दिनों बाद बुधवार को एफआईआर दर्ज कर ली है।
– एजेंसी ने एफआईआर में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और उसके सरगना मसूद अजहर का नाम भी शामिल किया है। हमले के बाद जैश ने एक विडियो जारी कर इस अटैक की जिम्मेदारी ली थी। ऐसे में यह अपने आप में जैश की संलिप्तता का एक सबूत भी है।