देवास/खातेगांव: पलासी मे चुनाव बहिष्कार के पर्चै चिपकाए ,पीने के पानी की समस्या को लेकर नाराज है ग्रामीण।

चुनाव आते ही विरोध के स्वर उभरे

पीने के पानी की समस्या को लेकर नाराज है ग्रामीण,

पलासी मे चुनाव बहिष्कार के पर्चै चिपकाए

नायब तहसीलदार की समझाइश भी काम नहीं आई

अनिल उपाध्याय
खातेगांव /देवास


हरणगांव बेल्ट से लगे आधा दर्जन के ग्रामों के ग्रामीणों ने इस बार चुनाव में मतदान नहीं करने और चुनाव का बहिष्कार करने को लेकर गांव में पर्चे चिपकाने की जानकारी मिलने पर ग्राम पलासी पहुंचे अधिकारियों को ग्रामीणों ने घेरकर अपना दुखड़ा सुनाया इस बीच ग्रामीणों को काफी समझाने का प्रयास किया लेकिन ग्रामीण नहीं माने अधिकारी के ग्राम से लौटने के दोराण उग्र ग्रामीणों ने उनके वाहन को रोकने का प्रयास भी किया लेकिन वह सफल नहीं हो पाए यह पूरा वाकिया रविवार का है,

बताया जाता हे की हरणगांव बेल्ट से लगे आधा दर्जन गांवो में गंभीर पेयजल संकट से जूझ रहे ग्रामीणों का गुस्सा उस समय फूट पड़ा जब उन्हें मालूम पड़ा कि तहसील स्तर के कुछ अधिकारी मतदाता जागरूक अभियान के तहत गांवो मे लोगो को जागरूक करने आ रहे हैं फिर क्या था देखते ही देखते लोगों का हुजूम ग्राम पलासी में इकट्ठा हो गया मौके पर जैसे ही नायव तहसीलदार अर्पित मेहता एवं अधिनस्थ आमला पहुंचा वैसे ही ग्रामीणों ने उन्हें घेर लिया और घेरकर अपना दुखड़ा सुनाने लगे इस बीच मामले को बढ़ते देखते हुए गांव के ही कुछ जागरूक लोगों ने आगे आकर मामले को संभाल लिया ,लेकिन ग्रामीण गांव की मुख्य समस्याओं को लेकर चुनाव बहिष्कार के पर्चे चिपकाते रहे नायव तहसीलदार मेहता ने उन्हें हर संभव समझाने का प्रयास किया लेकिन उनकी कोई भी समझाइश काम नहीं आई लेकिन वह अपनी बात पर अड़े रहे ,

अधिकारियों को अवगत

करा दिया गया था!

पलासी में हुए पूरे घटनाक्रम के दौरान सरपंच प्रतिनिधि रोजगार सहायक आगे आकर ग्रामीणों का हौसला अफजाई कर ग्रामीणो की की मांगों को जायज बता रहे थे!
उनका कहना था कि शासन स्तर पर अभी तक गंभीर पेयजल संकट से निपटने के लिए कोई कारगर कदम नहीं उठाया जब कि संबंध में अधिकारियों को पहले ही अवगत करा दिया था!

नल जल योजना की पाइप

लाइन चोरी ,आज तक नहीं लिखाई रिपोर्ट,

ग्राम पलासी के ग्रामीणों को पेयजल संकट से निजात दिलाने के लिए आज से कुछ वर्ष पहले ग्राम पलासी को मुख्यमंत्री नल जल योजना के तहत जोड़ा गया था! इसके लिए बाकायदा गांव में पाइप लाइन भी डाली गई थी,
लेकिन आज इस पाइप लाइन का कोई अता-पता नहीं है !जिम्मेदारों ने इस पाइपलाइन के संबंध में पुलिस में भी कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई की यह पाइपलाइन आखिर कहां चली गई, गांव के लोग इस बारे में कुछ भी कहने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं कि आखिर पाइपलाइन को कौन उखाड़ ले गया

ग्रामीणों ने सुनाया

अपना दुखड़ा

मोके पर पहुचे अधिकारी को अपना दुखडा सुनाते हुए ग्रामीणों ने कहा की उक्त गांवो में सिंचाई व पेयजल संकट मुख्य समस्या है ,पहाड़ी ढलान होने के कारण बारिश का पानी बहकर मैदानी क्षेत्र में चला जाता है, इस कारण दिसंबर के बाद से ही क्षेत्र में जल संकट देखने को मिलता है ,ग्रामीणों ने अपने साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए बताया कि क्षेत्र के विपरीत तीनों दिशा में शासन द्वारा पानी की व्यवस्था उपलब्ध कराई गई है, पूर्व दिशा में नसरुल्लागंज तहसील में शत-प्रतिशत क्षेत्र सिंचित है ,पश्चिम दिशा में कन्नौद तहसील में दो बड़े डेम है, दक्षिण दिशा में नर्मदा जी की लिफ्ट इरिगेशन जियागांव तक पहुंच चुकी है लेकिन हरणगांव बेल्ट के गांवो में पानी की समस्या के लिए आज तक कोई कारगर कदम नहीं उठाए गए हैं,

5 गांव के ग्रामीण करेगे

चुनाव का बहिष्कार

हरणगांव बेल्ट से लगे क्षेत्र के 5 गांव के लोगों ने चुनाव के बहिष्कार का निर्णय लिया है इसके लिए उन्होंने बकायदा पर्चे भी छुपवाए जिन्हें गांव के मुख्य स्थानों पर चिपकाए गए हैं,
पर्चा मे लिखा है समस्त ग्रामवासियों की मांग है कि सिंचाई वह पीने के पानी की कोई व्यवस्था आज तक नहीं की गई है इसी के चलते चुनाव के बहिष्कार का निर्णय लिया गया है, चुनाव का बहिष्कार करने वाले गांव में पलासी सहित चंदपुरा सिराल्या गोपालपुर जूनापानी शामिल है!

समझाने पर भी नहीं

माने ग्रामीण,

रविवार को पलासी में ग्रामीणों ने चुनाव के बहिष्कार का निर्णय लेते हुए पर्चै चिपकाने की सूचना पर गांव पहुंचे नायव तहसीलदार अर्पित मेहता ने ग्राम वासियों को समझाइश दी लेकिन वह नहीं माने महिलाओं का कहना था कि इतनी गर्मी में हमें पीने के पानी के लिए 3 किलोमीटर दूर जाना पड़ता है जब अन्य गांव में पेयजल व्यवस्था हो सकता है हमारे गांव में क्यों नहीं की जा सकती हमारे सात आखिर भेदभाव क्यों,

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