
’नेशनल मूवमेंट फार ओल्ड पेंशन स्कीम मध्यप्रदेश
आज दिनांक 2 अक्टुबर 2020 राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी जी एव्ं लाल बहादुर शास्त्री जी जयन्ती के अवसर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री विजय कुमार बंधु जी एवं प्रदेश अध्यक्ष श्री परमानंद डहेरिया जी के आवाहन पर प्रदेश संयोजक श्री बाबूलाल मालवीय, जिला अध्यक्ष श्री सवाई सिंह परिहार,जिला संयोजक श्री जीवन सिंह ठाकुर के निर्देश पर एवं जिला मीडिया प्रभारी बद्रीप्रसाद मालवीय एव्ं ब्लाक अध्यक्ष श्री मनोहर लाल जैन के निवेदन पर आष्टा में शहीद स्मारक भवन बस स्टैंड पर महात्मा गांधी जी की जयन्ती मनाई! एव्ं उपस्थित साथियों ने उनके चित्र पर पुष्प माला अर्पित किया! एवं छडव्च्ै के साथियों ने पुरानी पेंशन बहाल कराने का संकल्प लिया! उपस्थित साथियों को गोपाल सिंह ठाकुर ने दचे के दुष्परिणाम और पुरानी पेंशन के लाभ बताए! उन्होंने बताया की हमारी बहन शांती मालवीय जो अभी अभी जावर संकुल आष्टा से सेवानिवृत्त हुई है जिनको दचे पेंशन 700- रु. सात सो रुपये प्रति माह मिल रही हैं! बैठक को कमल बैरागी जी ने भी सम्बोधित किया! उन्होंने 2004 के बाद नियुक्त प्रत्येक कर्मचारी सभी विभागों (स्वास्थ्य, शिक्षा, पुलिस, राजस्व, मंडी बोर्ड, पंचायत) के साथियों को एनपीओएस के साथ जुड़कर पुरानी पेंशन बहाल के आंदोलन में सहयोग करने की अपील की,एनपीएस प्राप्त शिक्षक मनोहर पचलासिया ने सभी साथियों से एकजुट होकर पुरानी पेंशन बहाल कराने का संकल्प लिया! सजन सिंह अजनेरिया द्वारा बताया की पुरानी पेंशन बुढापे की लाठी हैं हमारी ओर समझाया कि बिना पुरानी पेंशन के कैसे सेवानिवृत्त के बाद गुजारा हो सकता हैं! क्योंकि एनपीएस योजना में हमारे साथियों को 700 रू से 1100 रु. पेंशन मिल रही हैं! जबकि शासन की वृद्धा पेंशन ही 600 रु. मिल रही हैं! यदि हमारे जन प्रतिनिधि विधायक या सांसद महोदय यदि चुनाव जीतकर एक दिन बाद भी इस्तीफा देकर अपना पद छोड़ दे! फिर भी उनको 84000 हजार रू प्रतिमाह तक पेंशन मिल सकती हैं, और दूसरी बार या तीसरी बार जीतने पर दो या तीन पुरानी पेंशन मिल रही हैं! जो लाखों रुपये भी हो सकती हैं, और सुविधाए अलग से! लेकिन हमारे कर्मचारी ,अधिकारी साथी चाहें वो कलेक्टर हो, शिक्षक हो, पटवारी हो, डॉक्टर हों, प्रोफेसर हों, सचिव हो या चपरासी हो जिनकी नियुक्ति 2004 के बाद हुई हैं उनको पुरानी पेंशन की पात्रता नहीं है! उन्हें शैयर बाजार पर निर्भर न्यू पेंशन स्कीम (एनपीएस) ही मिलेगी! जिसका हर कर्मचारी विरोध कर रहा है! क्योंकि (एनपीएस) में यह कभी भी गांरटी नहीं है कि कर्मचारी को सेवानिवृत्ति पर कितनी पेंशन मिलेगी! यह 100 रुपये से लेकर 1000 रु. कुछ भी हो सकती हैं। जबकि पुरानी पेंशन में आधा वेतन एवं वेतन भत्ता मिलता है! हर दस वर्ष में वेतन आयोग का लाभ भी सेवानिवृत कर्मचारी को मिलता है!
इस अवसर पर बद्री प्रसाद मालवीय द्वारा ओल्ड पेंशन लेकर रहेंगे, संकल्प पत्र का वाचन किया एवं सभी साथियों को शपथ दिलाई! पुरानी पेंशन हर हाल में पाना है! कार्यक्रम में उपस्थित साथियों का जिला अध्यक्ष श्री सवाई परिहार ने आभार माना एवं एनएमओपीएस आंदोलन को मजबूती प्रदान करने का अनुरोध किया! उन्होंने बताया पुरानी पेंशन जो बहाल करेगा! वही प्रदेश में राज करेगा!! पुरानी पेंशन हक है हमारा इसे लेकर रहेंगे! जहाँ जहाँ उपचुनाव हैं वहाँ पर हमारे (एनपीएस)कर्मचारी साथियों ने ओपीएस नहीं तो वोट नहीं के बैनर भी लगा दिए है! हमारी लड़ाई पुरानी पेंशन बहाल होने तक जारी रहेंगी! सभी साथियों नें ’आष्टा जिला सीहोर में कार्यक्रम’ किया, 2 अक्तूबर गाँधी जयंती के अवसर पर एनएमओपीएस इंडिया के तत्वावधान में ’संकल्प दिवसध् पेंशन सत्याग्रह’ (एनपीएस) निजीकरण भारत छोड़ो’ ! शहीद स्मारक बस स्टैंड आष्टा! महात्मा गांधी प्रतिमा के समक्ष दाहिना हाथ उठाकर (ओपीएस) की बहाली और (एनपीएस) निजीकरण भारत छोड़ो पेंशन संकल्प लेकर सत्याग्रह किया