भिक्षावृति छोड़ कर स्वरोजगार के लिए कृष्नेसी सेवा संस्थान ने किया अनेक भिक्षुकों को प्रेरित
भिक्षावृति छोड़ कर स्वरोजगार के लिए कृष्नेसी
सेवा संस्थान ने किया अनेक भिक्षुकों को प्रेरित
गणेश मंदिर के बाहर भंींक मांग कर जीवन यापन करने
वालों को बेचने ने के लिए नि:शुल्क बांटे तकियें और फुटबाल
अशासकीय नागरिकों के सहयोग से संचालित कृष्नेसी सेवा संस्थान के द्वारा लगातार मंदिरों के बाहर भींक मांगकर जीवन यापन करने वाले लोगों और गरीब बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कार्य किया जा रहा है। ग्रामीण बस्ती से दूर वनवासी क्षेत्र में निवास करने वााले परिवारों के बच्चों को नि: शुल्क पढाई लिखाई की सामग्री और भोजन सहित जरूरतमंदों को कपड़े जूते चप्पल आदि का वितरण भी सेवा संस्थान के द्वारा किया जाता रहा है। संस्था की तरफ से शिक्षा की जानकारी और महत्व भी गरीब तबके के बच्चों को बताया जा रहा है। कृष्नेसी सेवा संस्थान के संस्थापक संचालक भूपेंद्र विश्वकर्मा ने बताया की पशुपालन विभाग मध्य प्रदेश शासन के मुख्य अपर सचिव जे.एन कंसोटिया और जांगड़ा महासभा के प्रदेशाध्यक्ष राजेश बांधेवाल से प्रेरणा लेकर कृष्नेसी सेवा का शुभारंभ किया गया है।
लक्ष्य यह है की गरीबजन मंदिर परिसर मेें आने वाले श्रद्धालुओूं सहित आसपास के नगरों गांवों मेें संस्था के द्वारा उपलब्ध कराई गई सामग्री को बेच कर स्वरोजगार स्थापित करे बिक ने के बाद कहीं से भी उक्त सामग्री थोक में खरीदे और बेचे जिस से की भिक्षा मांगने की आदत छोट जाए और सामान्य लोगों की तरह हीं भिक्षा मांगने वाले अपना जीवन यापन करें। कृष्नेसी सेवा संस्थान के द्वारा की गई इस अनुठी पहल का कलेक्टर डॉ चंद्रमोहन ठाकुर, जिला पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी, कोतवाली थाना प्रभारी नलिन बुधोलिया, जिला शिक्षा अधिकारी उदय उपेंद्र भिड़े एवं एसडीओपी नसरूल्लांगज प्रकाश मिश्रा के द्वारा सराहना व्यक्त की जा चुकी है। सामग्री वितरण के दौरान कृष्नेसी सेवा संस्थान से जुडे वरिष्ठ समाजसेवी अनोखीलाल विश्वकर्मा, रामचंद्र सगबालिया, हितेश मुडे, संजय जोशी, संतोष वर्मा, अजय जाट, ब्रज महेश्वरी, राकेश, पवन राठौर बलवीर सिंह,मोहन विश्वकर्मा नरेंद्र विश्वकर्मा सौहन वर्मा आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।