मन के जीते जीत है, मन के हारे हार – कैलाष परमार
आष्टा। नगर के शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय आष्टा में ओजस क्लब की गतिविधियों का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि नगर पालिका परिषद आष्टा के अध्यक्ष कैलाष परमार, शासकीय महाविद्यालय आष्टा के जनभागीदारी अध्यक्ष प्रदीप प्रगति एवं वरिष्ठ पत्रकार, एडवोकेट सुधीर पाठक की उपस्थिति में किया गया। सर्वप्रथम ओजस क्लब प्रभारी सम्राट ढोके द्वारा ओजस क्लब की गतिविधियों के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया। संस्था प्राचार्य एन.एस. ठाकुर द्वारा उक्त कार्यक्रम में पधारे अतिथियों का साल श्रीफल भेंट कर स्वागत सम्मान किया गया एवं म.प्र. शासन के की मंषा अनुरूप युवाओं की छुपी हुई प्रतिभा हेतु ओजस क्लब का गठन कर गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज का दोर प्रतियोगिताओं का दोर है। सभी रास्ते खुले है। छात्र शासन की योजनाओं का लाभ प्राप्त कर लक्ष्य को हासिल करने को दृंढ. संकल्प ले, सफलता उन्हें निष्चित मिलेंगी। इस अवसर पर जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष प्रदीप प्रगति ने कहा है कि काम से कोई नही थकता हमें पढ़ाई के साथ साथ घर के कुछ कार्यो एवं जिम्मेदारियों को भी निभाना चाहिए। साथ ही साथ जीवन सरल एवं सादगी भरा होना चाहिए। वरिष्ठ पत्रकार एवं एडवोकेट सुधीर पाठक द्वारा भी ओजस्वी उदबोधन दिया गया। उन्होंने छात्र को स्पष्ट किया कि विद्यालय भी एक देवालय है, तीर्थ है, न कि आमोद-प्रमोद का साधन। जिसने अपने माता पिता की तरत षिक्षकों का सम्मान किया, दुनिया भी उसका सम्मान करती है। बच्चों को बताया कि असफलताओं से हारे नही, बल्कि उनका सामना करें। अपने अध्यक्षीय भाषण में नगर पालिका अध्यक्ष कैलाष परमार ने सीधे सरल रूप में बच्चों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आप अपनी रूची के अनुसार कैरियर का चयन करें। कोई भी व्यक्ति कर्म छोटा या बड़ा नही होता है। यह केवल भ्रम है कि यह छोटा है, या वह बड़ा है। सब कुछ मस्तिष्क द्वारा निर्मित है। मन मस्तिष्क में सोच लिया कि मुझे तो ऐसा करना है, तो निष्चित ही कर पाओंगे। अंत मैं संस्था प्राचार्य एन.एस. ठाकुर द्वारा आभार व्यक्त किया गया। इस अवसर पर संस्था के षिक्षक सितवत खान, जोस सामुएल, ज्ञानसिंह पचलासिया, श्रीमती सेन, शाहीद सिद्धीकी समस्त स्टाफ तथा छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
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