नगरपालिका कार्यालय में जनप्रतिनिधियों व कर्मचारियों
ने किया सरदार पटेल व इंदिरा गांधी को नमन
राष्ट्र हमेशा अपने महापुरूषों का ऋणी रहेगा – नपाध्यक्ष
आष्टा। भारत भूमि देवभूमि है और जब भी इस देश पर विपत्ती आई है तब-तब इस देवतुल्य भूमि पर समय-समय पर महापुरूषों ने जन्म लिया है। ऐसे ही महापुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल और इंदिरा गांधी थी। सरदार वल्लभ भाई पटेल ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नेतृत्व में इस देश को अंग्रेजों से आजादी दिलाई है और नेहरू के साथ मिलकर इस राष्ट्र निर्माण की आधारशीला रखी
थी। वहीं भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने इस पृथ्वी का भूगोल बदलकर पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए थे, उनकी शाहदत को कोई नही भुला सकता। आज हम जो
भी है अपने इन पूर्वजों की देन है, किंतु कुछ लोग अपने राजनीतिक फायदे के लिए भारत देश में आए दिन यह भ्रांतियां फैलाते है कि नेहरू और पटेल में गंभीर मतभेद थे। ऐसे लोगों ने कभी इतिहास कि किताबों को न पढ़ा है और न ही उन्हें तथ्यों की जानकारी है। गांधी, नेहरू और पटेल में न तो वैचारिक मतभेद थे और न ही मन के मतभेद थे। भ्रांति फैलाने वाले वही लोग है जिनका न तो आजादी में कोई योगदान था और न ही आज देश के निर्माण में कोई योगदान है। इस आशय के विचार नपाध्यक्ष कैलाश परमार ने सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती और भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि के अवसर व्यक्त किए। नपा सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम में उपस्थितजनों ने दोनों महान विभूतियों के चित्र माल्यार्पण कर नमन किया और उनके बताए गए मार्गो पर चलने का संकल्प लिया। इस अवसर पर नपाउपाध्यक्ष खालिद पठान, पार्षदगण अयाज पठान, शाहरूख कुरैशी, सुभाष नामदेव, नरेन्द्र कुशवाह, बाबूलाल मालवीय, पार्षद प्रतिनिधि जाहिद गुड्डू, सईद टेलर, भगवतसिंह मेवाड़ा, अनीस खां ठेकेदार, अनिरूद्ध नागर,
सुभाष सिसौदिया, कमरूद्दीन, गबू सोनी, कोमलसिंह चैहान, यश कौशल, कृष्णमोहन जोशी, जगदीश चंद्रवंशी, मोहम्मद इसरार, शांतिलाल मालवीय सहित अन्य लोग मौजूद थे।